रेडमी नोट 12 सीरीज (Redmi Note 12 series) भारत में जल्द ही होगी लांच

रेडमी नोट 12 सीरीज (Redmi Note 12 series) का बड़े दिनों से चल रहा इंतजार जल्दी ही खत्म हो सकता है।  Xiaomi ने अपनी नोट 12 (Redmi Note 12 series) सीरीज को कुछ दिन पहले ही चीन मे लॉन्च कर दिया है । और हमेशा की तरह ही कुछ समय में ही रेडमी नोट 12 सीरीज (Redmi Note 12 series) भारत मे भी लॉन्च हो जाएगा।

Xiaomi ने रेडमी नोट 12 (Redmi Note 12 series) के अंतर्गत रेडमी नोट 12, 12 प्रो, प्रो प्लस और रेडमी नोट 12 एक्स्प्लोरर edition लॉन्च किया है।

पिछले साल रेडमी नोट 11 सीरीज लांच करने के बाद इस साल कंपनी रेडमी नोट 12 सीरीज लांच करने जा रही है। इस सीरीज के स्मार्टफोन्स के कुछ फीचर्स को कंपनी द्वारा पहले से ही बता दिया गया था। रेडमी नोट 12 प्रो प्लस मे कंपनी ने 200 एमपी का कैमरा दिया है।

लॉन्चिंग

रेडमी नोट 12 सीरीज की लॉन्चिंग 27 अक्टूबर को शाम 7 बजे चीन मे हो चुकी है । अमूमन चीन मे लॉन्च होने के एक से दो महीने के अंदर Xiaomi अपने फोन्स का वैश्विक एवं भारतीय वर्ज़न लॉन्च करती है । लेकिन इस बारे मे अभी तक कोई ऑफिसियल जानकारी नहीं दी गई है।

डिज़ाइन

रेडमी नोट 12 सीरीज के डिजाइन की बात करें तो यह काफी हद तक रेडमी नोट 11टी लाइनअप के जैसा है, जिसे कंपनी ने EVOL design का नाम दिया था, देखने मे ये फोन काफी हमेशा की तरह ही सबसे अच्छे दिखने वाले और फीचर रिच बजट फोन्स हैं। इन्हे चार कलर ऑप्शन मे लॉन्च किया गया है, ब्लैक, ब्लू , व्हाइट और ड्रीम स्टार वर्ज़न।

रेडमी नोट 12 (Redmi Note 12) के स्पेसिफिकेशन

रेडमी नोट 12 प्रो के स्पेसिफिकेशन की बात करें तो यह 6.67 FHD+ OLED डिस्प्ले के साथ आता है जिसकी रिफ्रेश रेट 120 Hz है। इसमे Qualcomm Snapdragon 4 Gen 1 चिपसेट का उपयोग हुआ है। इसमे 5000mAH की बैटरी है जो की 33 वाट की फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करता है। इसमे 48 एमपी का मैन कैमरा है और 8 एमपी का फ्रन्ट कैमरा है । यह MIUI 13 के साथ उपलब्ध है।

रेडमी नोट 12 प्रो (Redmi Note 12 Pro) के स्पेसिफिकेशन

रेडमी नोट 12 प्रो के स्पेसिफिकेशन की बात करें तो इसमें 5000 एमएएच की बैटरी दी गई है, जो 67 वाट के फास्ट चार्जर के साथ आता है. इसमें बैक पैनल पर 50 मेगापिक्सल का कैमरा दिया गया है. साथ ही यह फ़ोन सोनी आईएमएक्स 766 सेंसर के साथ आता है। इसमें इमेज स्टेबलाइजेशन का फीचर्स दिया गया है। साथ ही इसकी मोटाई 7.9 एमएम की है।

रेडमी नोट 12 प्रो+ (Redmi Note 12 Pro +) के स्पेसिफिकेशन

रेडमी नोट 12 प्रो+ के स्पेसिफिकेशन की बात करें तो इसमें ओआईएस इनेबल 200 मेगापिक्सल सैमसंग एपपीएक्स कैमरा दिया जा सकता है। साथ ही इसमें 5000 एमएएच की बैटरी दी गई है। यह फोन मिडनाइट डार्क, टाइम ब्लू शेड्स में दस्तक देगा।

जैसा की हमने बताया अभी इन फोन्स की भारत मे लॉन्च की कोई ऑफिसियल जानकारी नहीं है पर हर साल की तरह यह संभवतः इस साल के अंत तक या 2023 की शुरुआत मे भारत मे लॉन्च जरूर हो जाएगा ।

ऐसी ने नए फोन लॉन्च की जानकारी एवं ट्रिप्स एण्ड ट्रिक्स के लिए हमे सोशल मीडिया पर जरूर फॉलो करें।

PUBG मोबाइल: पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच चल रही T20i सीरीज को स्पोंसर कर रहा है

PUBG मोबाइल : आपने नाम तो सुना ही होगाI पबजी यानि कि PLAYER UNKNOWN’S BATTLEGROUNDS. पबजी एक ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफार्म है जिसमे आप SOLO, DUO और ग्रुप्स में खेल सकते होI इस गेम में आप अपने साथी खिलाडियों के साथ वॉइस चैट भी कर सकते हैंI इस गेम में आपको अपने प्रतिद्वंदी को मारकर गेम जितना होता हैI जिससे आपको #1 रैंक यानि कि WINNER WINNER CHICKEN DINNER मिलता हैI


पबजी मोबाइल पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच चल रही T20i सीरीज को स्पांसर कर रहा हैI यह वैश्विक खेल जगत और क्रिकेट जगत के लिए ऐसा पहला मौका है जब किसी ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफार्म द्वारा किसी देश के इवेंट को स्पांसर किया जा रहा हैI


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वर्ष 2020 में भारत सरकार ने चीन से सीमा विवाद और इस गेम की सिक्योरिटी पॉलिसीस के कारण इसे भारत में बैन कर दिया थाI लेकिन इसके बैन होने के एक साल बाद ही इसके साउथ कोरियाई डेवेलपर्स द्वारा इसका इंडियन VERSION BGMI – BATTLEGROUNDS MOBILE INDIA लांच कर दिया थाI


वैसे यह एक बहुत ही अच्छा और बड़ा कदम है गेमिंग इंडस्ट्री को ग्लोबल स्पोर्ट बनाने के लिएI
आपको बता दें कि भारत में भी स्टार स्पोर्ट्स ने NODWIN गेमिंग के साथ मिलकर BGMI का मास्टर सीरीज टूर्नामेंट ब्रॉडकास्ट किया थाI यह मास्टर सीरीज टूर्नामेंट 24 जून से 17 जुलाई 2022 तक चला था और ऐसे काफी अच्छा रिस्पांस भी मिला थाI

रिलायंस जिओ लांच करेगा सस्ता 4G लैपटॉप

मुख्य बिंदु

  • 4G सर्विस से लैस
  • 15000 रूपए होगी कीमत
  • QUALCOMM और माइक्रोसॉफ्ट मिलकर बनाएंगे

अब जल्द ही आपकी अपना खुद का किफायती लैपटॉप लेने की ख्वाहिश पूरी होने वाली है।

भारत के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अम्बानी की कंपनी रिलायंस जिओ जल्द ही सस्ता 4G लैपटॉप भारत में लांच करने जा रही है. सूत्रों के मुताबिक कंपनी जल्द ही 4G सर्विस से लैस अपना लैपटॉप मार्किट में पेश करने वाली है।

रिलायंस जिओ चाहती है कि जिस तरह उसके जिओ फ़ोन की पहुँच हर भारतीय तक है और हर भारतीय का अपना फ़ोन होने का सपना पूरा हो सका है। उसी तरह कंपनी हर घर तक अपना यह लैपटॉप पहुँचाना चाहती है। सूत्रों की माने तो कंपनी जिओ फ़ोन की तरह ही इस 4G लैपटॉप को हर उस भारतीय तक पहुंचना चाहती है अपना खुद का एक लैपटॉप होने का सपना देखता है।

कंपनी ने इस लैपटॉप का नाम JIOBOOK लैपटॉप रखा है। कंपनी ने अपने इस 4G सिम कार्ड वाले लैपटॉप की कीमत 184 डॉलर यानि कि 15000 रूपए तय की है।

रिलायंस जिओ ने JIOBOOK लैपटॉप को बनाने के लिए QUALCOMM और दिग्गज IT कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के साथ साझेदारी की है। यानि कि रिलायंस जिओ, QUALCOMM और माइक्रोसॉफ्ट तीनो कंपनियां मिलकर इस 4G लैपटॉप का निर्माण करेंगी।

 

विप्रो ने अपने 300 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला

0

दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो ने अपने 300 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है l कंपनी ने ऐसा MOONLIGHTING के चलते किया है l कंपनी का कहना है कि उसके कर्मचारी एक ही समय पर उसके प्रतिद्वंदियों के साथ भी काम कर रहे थे l इसका घटना का खुलासा खुद कंपनी के चेयरमैन रिषद प्रेमजी ने किया है l

अब आप यह सोच रहे होंगे कि ये MOONLIGHTING क्या होता है तो चलिए हम आपको बताते हैं MOONLIGHTING के बारे में:

MOONLIGHTING

MOONLIGHTING का मतलब होता है कि यदि आप किसी कंपनी में फुल टाइम जॉब कर रहे हैं और आप अपने एम्प्लायर को बताये बिना किसी दूसरी कंपनी के लिए भी काम करते हैं यानी कि दिन में तो आप किसी एक कंपनी के लिए काम करते है , वहीँ दूसरी ओर रात में किसी दूसरी कंपनी के लिए काम करते हैं l
कुछ कंपनी इसे सही मानती हैं तो कुछ गलतl जो कंपनियां MOONLIGHTING को सही मानती हैं उनका कहना है कि इससे उनके एम्प्लाइज की इनकम बढ़ेगी जिससे वह और अधिक खुश होकर काम कर सकते हैंl वहीँ दूसरी ओर जो कंपनियां इसे गलत मानती हैं उनका कहना है की इससे कर्मचारियों की वर्क प्रोडक्टिविटी कम होती है और उनका काम में अधिक मन नहीं लगता है l

इस घटना पर कंपनी के संस्थापक व पूर्व चेयरमैन अजीम प्रेमजी का कहना है कि IT IS AN ACT OF INTEGRITY VIOLATION IN ITS DEEPEST FORM. (यह अपने गहनतम रूप में सत्यनिष्ठा उल्लंघन का कार्य है )

इस घटना के बाद सभी कंपनियां सतर्क हो गयी हैं और उन्होंने अपने कर्मचारियों को ऐसी घटनाओं से दूर रहने की सलाह दी है ।

कहीं आपका फोन भी हैक तो नहीं हो गया है ?

आजकल स्मार्टफोन का इस्तेमाल आम हो गया। स्मार्टफोन ने हमारी जिंदगी को काफी आसान भी बना दिया है। ऐसे में आपको ये डर भी रहता होगा कि कहीं आपका फोन कोई हैक न कर ले।

आज हम आपको कुछ ऐसी जानकारियां देंगे जिससे आपको यह पता चल सकता है कि आपका फोन हैक है या नहीं और आप इससे कैसे बच सकते हैं।

शॉपिंग और बैंकिंग ट्रांसक्शन के मैसेज 

अगर आपके पास बार बार शॉपिंग और बैलन्स डिडक्शन जैसे मैसेजस आ रहे हैं तो इसका मतलब ये हो सकता है कि आपका फोन हैक हो चूका है। क्योंकि अगर आप आपके कार्ड से शॉपिंग नहीं कर रहे तो हो सकता है आपकी जानकारी के बगैर कोई हैकर कर रहा है। अगर ऐसा है तो आप तुरंत अपनी नेट बैंकिंग, डेबिट और क्रेडिट कार्ड्स को ब्लॉक करवा दीजिये।

फोन बार बार बंद होना या रीस्टार्ट होना 

अगर आपका फोन बार बार बंद या रीस्टार्ट होता है तो इसका मतलब हो सकता है कि आपका फोन हैक हो चूका है। ऐसे में आप अपने डाटा का बैकअप लेकर फ़ोन को फॉर्मेट कर दीजिये। इससे आपका फ़ोन ठीक हो जायेगा।

एंटीवायरस का काम न करना 

यदि आपके फोन का एंटीवायरस काम नहीं कर रहा है तो इसका मतलब है कि शायद आपका फोन हैक हो चूका है।

फोन का हैंग होना 

यदि आपका फोन बार बार हैंग हो रहा है और स्लो चल रहा है तो इसका भी मतलब हो सकता है कि आपका फोन हैक हो गया है, इस परिस्थिति मे भी आप फोन फॉर्मैट करके इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं ।

इन सबसे कैसे बच सकते हैं 

  • अननोन सोर्सेज से कभी भी कोई एप डाउनलोड न करें।
  • किसी अनजान शख़्स को अपना फोन न दें।
  • किसी अनजान लिंक को ओपन न करें।
  • किसी अनजान वेबसाईट पर अपनी पर्सनल डिटेल्स इंटर नहीं करें
  • फोन को अपडेट करते रहें।

क्या है जेम पोर्टल और यहाँ से क्या खरीद सकते हैं

GeM , ई-मार्केट प्लेस का संक्षिप्त रूप है जहां आम उपयोगकर्ता द्वारा सामान और सेवाओं की खरीद की जा सकती है। GeM सरकारी अधिकारियों द्वारा खरीद करने के लिए गतिशील, आत्मनिर्भर और उपयोगकर्ता के अनुकूल पोर्टल है।

सार्वजनिक खरीद सरकारी गतिविधि का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है और सार्वजनिक खरीद में सुधार वर्तमान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। सरकारी ई-मार्केटप्लेस सरकारी मंत्रालयों और विभागों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और अन्य शीर्ष कंपनियों द्वारा वस्तुओं और सेवाओं की खरीद के तरीके को बदलने के उद्देश्य से सरकार का एक बहुत ही साहसिक कदम है।
सरकारी ई-मार्केटप्लेस की उत्पत्ति जनवरी 2016 में प्रधान मंत्री को की गई सचिवों के दो समूहों की सिफारिशों के कारण हुई है। उन्होंने डीजीएसएंडडी में सुधार के अलावा सरकार / सार्वजनिक उपक्रमों द्वारा खरीदे या बेचे जाने वाले विभिन्न सामानों और सेवाओं के लिए एक समर्पित ई-मार्केट स्थापित करने की सिफारिश की । इसके बाद, वित्त मंत्री ने वित्त वर्ष 2016-17 के अपने बजट भाषण में सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और एजेंसियों द्वारा वस्तुओं और सेवाओं की खरीद की सुविधा के लिए एक प्रौद्योगिकी संचालित मंच की स्थापना की घोषणा की।

राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीजन तकनीकी समर्थन के साथ डीजीएसएंडडी ने उत्पादों और सेवाओं दोनों की खरीद के लिए जीईएम पोर्टल विकसित किया है। पोर्टल 9 अगस्त 2016 को वाणिज्य और उद्योग मंत्री द्वारा लॉन्च किया गया था। सरकारी नियमों में आवश्यक परिवर्तन कर सामान्य वित्तीय नियमों द्वारा वर्तमान में लगभग 10499 उत्पाद श्रेणियों में 5,308,773 से अधिक उत्पाद की भर्ती GeM POC पोर्टल पर उपलब्ध हैं । GeM के माध्यम से 303,139 करोड़ रुपये से अधिक के लेनदेन पहले ही किये जा चुके हैं। GeM पूरी तरह से पेपरलेस, कैशलेस और सिस्टम संचालित ई-मार्केट प्लेस है जो न्यूनतम मानव इंटरफेस के साथ सामान्य उपयोग की वस्तुओं और सेवाओं की खरीद को सक्षम बनाता है।

जेम पोर्टल पर आप भी रजिस्ट्रेशन करके समान बेच या खरीद सकते हैं जो की उचित मूल्य पर उपलब्ध है,

  1. रजिस्ट्रेशन के लिए https://gem.gov.in/ पर जाएं.
  2. ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर यूजर आईडी और पासवर्ड बनाएं.
  3. यूजर आईडी बनाने के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, मोबाइल नम्बर और ई-आइडी इत्यादि पोर्टल मे दर्ज करें .
  4. एक बार यूजर आईडी बनने के बाद लॉग-इन करें और अपनी प्रोफाइल को पूरा करें.

 

 

Cancelled और Diverted ट्रेन्स के बारे में पता लगाने का आसान तरीका

अगर आप भारतीय हैं तो आपने ट्रेन में तो सफर जरूर किया होगा। आप ये भी जानते होंगे की भारतीय रेलवे ने आपको घर बैठे ऑनलाइन टिकट बुक करने तथा अपनी टिकट की वेटिंग टिकट का स्टेटस की जानकारी हो या फिर अपनी ट्रेन को लाइव ट्रैक करना हो, इस प्रकार की सुविधाएं दे रखी है। कई बार किसी कारणवश जैसे मौसम ख़राब होने की वजह से या किसी मेन्टीनेंस की वजह से कई बार आपकी ट्रेन को कैंसिल या फिर रीशेड्यूल किया जाता है, जिससे आम लोगों को जानकारी की आभाव में परेशानी का सामना करना पड़ता है।

IRCTC (Indian Railway Catering and Tourism Corporation ) अपने यात्रिओं को बहुत सारी सुविधाएं ऑनलाइन देता है लेकिन ट्रेन का कैंसिल होना या फिर रीशेड्यूल होने के बारे में जानकारी नहीं दे पाता है।  आज हम आपको इसी परेशानी से बचने के उपाय के बारे में बताने वाले है, इसके लिए आप नीचे बताये गए तरीके से बिना स्टेशन गए अपनी ट्रेन के बारे में ऑनलाइन जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

कैसे चेक करें ट्रेन का कैंसल और रीशेड्यूल स्टेटस :

अगर आपको अपनी ट्रेन का केंसल और रीशेड्यूल स्टेटस के बारे में घर बैठे ही जानकारी प्राप्त करनी है तो इसके लिए आपको NTES (National Train Enquiry System) की वेबसाइट पर जाना होगा और नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करना होगा, यह सुविधा आप NTES की ऐप से भी मिल जाती है।
– सबसे पहले आप अपने कम्प्यूटर या लैपटॉप के ब्राउज़र पर जाए और NTES वेबसाइट को ओपन करें।
– अब आपके सामने एक पेज ओपन होगा जिसके राइट साइड में ऊपर की तरफ Exceptional Trains का ऑप्शन दिखेगा। साथ ही साथ इस पेज के माध्यम से आप अपनी ट्रेन का लाइव स्टेटस या रनिंग स्टेटस भी आसानी से देख सकते हैं, इसके लिए आपको बस केवल अपनी ट्रेन का नाम या नंबर और स्टेशन जिसकी आपको जानकारी चाहिए और डेट सेलेक्ट करनी होगी।
– अब आपको Exceptional Trains पर क्लिक करना है, अब आपको यंहा पर 4 ऑप्शंस दिखेंगे जैसे Cancelled Trains, Rescheduled Train, Diverted Trains और Train Exception info

rescheduled trains

– अब अगर आपको Cancelled Trains के बारे में जानकारी लेनी है तो आप Cancelled Trains पर क्लिक करें और यदि आपको Rescheduled Train की जानकारी लेनी है तो आप Rescheduled Train पर क्लिक करें, इसी प्रकार आप बाकी 2 ऑप्शंस पर क्लिक करके उनकी जानकारी भी ले सकते हैं।
– जैसे ही आप अपने आवश्कतानुसार क्लिक करते है तो आपको एक नया पेज दिखेगा जंहा पर आपको जिस दिन की ट्रेन की जानकारी लेनी है वो डेट सेलेक्ट करके Go का बटन को क्लिक करना है, और इसके क्लिक करते ही आपके सामने ट्रेन्स की लिस्ट खुल जाएगी।
– इसी तरह आप Cancelled, Rescheduled , Diverted इत्यादि ट्रेन्स के बारे में जानकारी ले सकते हैं।

ऐसे ही कुछ और ट्रिक्स एण्ड टिप्स के लिए हमे सोशल मीडिया पर फॉलो करना न भूलें। हम आपके लिए लगातार कुछ ना कुछ नयी टिप्स जो की आपके बहुत काम आएँगी, जरूर लेके आएंगे।

क्या है डिजिटल करेंसी ई-रूपी (e-RUPI) ?

मुख्य बिंदु 

  • RBI शुरू करेगा पायलट प्रोजेक्ट
  • अभी कुछ खास प्रयोजनों के लिए होगा इस्तेमाल
  • डिजिटल अर्थव्यवस्था को मिलेगी मजबूती
  • मनी लॉन्ड्रिंग पर नजर रखना होगा आसान

भारत जल्द ही अपनी डिजिटल मुद्रा ई-रूपी (e-RUPI) लांच करने जा रहा है। भारतीय रिज़र्व बैंक बहुत जल्द बैंको के माध्यम से डिजिटल करेंसी ई-रूपी (e-RUPI) का पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने जा रहा है। फ़िलहाल इस मुद्रा का उपयोग कुछ खास जगहों पर ही किया जायेगा। RBI का कहना है कि इससे देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और मनी लॉन्ड्रिंग पर नजर रखने में आसानी होगी। ई-रूपी (e-RUPI) एक क़ानूनी मुद्रा होगी और लोगों को अपने पास नकदी रखने की जरुरत नहीं होगी।

केंद्रीय बैंक ने सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी पर एक विचार-पत्र जारी किया है. जिसके तहत सबसे पहले इस मुद्रा के फायदे व नुकसान का आकलन किया जायेगा, उसके बाद डिज़ाइन व टेक्नोलॉजी से सम्बंधित परिवर्तन किये जायेंगे।

RBI ने कहा है कि यह प्रोजेक्ट मुद्रा के पूरक के रूप में कार्य करेगा। डिजिटल मुद्रा आधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस होगी जिससे इसका उपयोग काफी सुविधाजनक एवं सुरक्षित होगा. इस मुद्रा के उपयोग से वित्तीय समावेश में भी आसानी होगी।

प्रकार 

डिजिटल ई मुद्रा दो प्रकार के होगी-

  • खुदरा मुद्रा
  • थोक मुद्रा

निजी वर्चुअल करेंसी हो जाएगी खत्म 

डिजिटल मुद्रा ई-रूपी (e-RUPI) आने के बाद बिटकॉइन जैसी वर्चुअल मुद्राएं ख़त्म हो जाएगी। RBI पहले से ही इन मुद्राओं कानूनी मान्यता देने के लिए तैयार नहीं है।

पैसा भेजने के शुल्क में आएगी कमी 

2022 के वित्तीय बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने डिजिटल मुद्रा लाने के घोषणा की थी। डिजिटल मुद्रा आने के बाद दूसरे देशों में राशि भेजने के शुल्क पर 2% तक की कमी आ जाएगी। अभी दूसरे देशों में पैसे भेजने पर 7% तक का शुल्क देना पड़ता है।

कई देश कर रहे हैं इसे पेश करने के तैयारी

  • चीन और दक्षिण कोरिया समेत 14 देश डिजिटल मुद्रा पेश करने की तैयारी कर रहे हैं।
  • अभी तक नौ देश डिजिटल मुद्रा लांच कर चुके हैं।
  • बाहामास ने सबसे पहले 2020 में डिजिटल मुद्रा लांच की थी।

60 देशों को है दिलचस्पी 

दुनिया के 60 देशों ने डिजिटल मुद्रा पेश करने में दिलचस्पी दिखाई है।

मोबाइल फ़ोन वॉलेट में भी रख सकते हैं

इस डिजिटल मुद्रा को आप अपने मोबाइल फ़ोन एवं वॉलेट दोनों में रख सकते हैं।

 

सिगनल एप (Signal App) पर एसएमएस सपोर्ट होगा खत्म

कल प्रकाशित एक ब्लॉग पोस्ट में सिगनल (Signal App) ने यह जानकारी दी की वह एंड्रॉयड डिवाइस मे सिगनल एप (Signal App) मे inbuilt एसएमएस सुविधा जल्दी ही समाप्त कर देंगे । आपमे से जो यह नहीं जानते हैं उन्हे यह बताता चलूँ की सिगनल एप (Signal App) एंड्रॉयड(Android) डिवाइसेस मे अपने यूजर्स को एसएमएस और एमएमएस की सुविधा उस समय से दे रहा था जबसे इसकी शुरुआत TextSecure एप के रूप मे हुई थी, यह सुविधा iOS डिवाइसेस मे उपलब्ध नहीं थी क्योंकि एप्पल(Apple ) थर्ड पार्टी एसएमएस और एमएमएस एप की सुविधा नहीं देता है ।

ब्लॉग पोस्ट में कंपनी ने कहा कि वे सिगनल (Signal App) अनुभव को और अधिक सुव्यवस्थित बनाने के लिए इस ऐसा कर रहे हैं।

अब हम उस बिंदु पर पहुंच गए हैं जहां एसएमएस समर्थन का कोई मतलब नहीं रह गया है। आप में से रुचि रखने वालों के लिए, हम नीचे और अधिक विस्तार से अपने तर्क के माध्यम से चलते हैं।

    अधिक सुव्यवस्थित सिग्नल अनुभव को सक्षम करने के लिए, हम एंड्रॉइड ऐप से एसएमएस समर्थन को समाप्त करना शुरू कर रहे हैं। आपके पास Signal में SMS से दूर जाने, अपने SMS संदेशों को किसी अन्य ऐप पर निर्यात करने, और जिन लोगों से आप बात करते हैं उन्हें यह बताने के लिए कि वे Signal पर स्विच करना चाहते हैं, या यदि नहीं तो कोई अन्य चैनल ढूँढ़ने के लिए कई महीनों का समय होगा।

सिगनल (Signal App) ने इस कदम के तीन कारण बताए, पहला निश्चित रूप से गोपनीयता और सुरक्षा। उन्होंने कहा कि सिगनल (Signal App) से एसएमएस को हटाने का सबसे महत्वपूर्ण कारण असुरक्षा है जो एसएमएस सेवा के साथ है। जैसा कि सिगनल (Signal App) अपनी गोपनीयता और सुरक्षा के लिए जाना जाता है, सिगनल (Signal App) में एसएमएस सिगनल (Signal App) के विचार से अलग है।

साथ ही, कंपनी के अनुसार, पहले यह उचित था जब एसएमएस सस्ता विकल्प था और डेटा लागत अधिक थी, लेकिन अब, दुनिया के अधिकांश हिस्सों में डेटा की तुलना में एसएमएस की लागत अधिक है।

कंपनी द्वारा दिया गया तीसरा कारण यह है कि कभी-कभी उपयोगकर्ता गलती से ऐप से एसएमएस पर निजी संदेश भेज सकता है, यह सोचकर कि उन्होंने सिगनल (Signal) संदेश भेजा है।

यह कदम केवल Android उपकरणों के उपयोगकर्ताओं को प्रभावित करने वाला है क्योंकि यह सुविधा iOS पर उपलब्ध नहीं थी। यदि आप Android उपयोगकर्ता हैं, तो जल्द ही आपको इस कदम से संबंधित सूचनाएं प्राप्त होने लगेंगी जो आपको सिगनल एप (Signal App) से अपने मौजूदा संदेशों को export करने में मदद करेंगी और आपके डिवाइस पर एक अलग डिफ़ॉल्ट एसएमएस एप चुनने मे सहायता करेंगी ।

और ताजा टेक्नोलॉजी समाचार एवं ट्रिक्स और टिप्स प्राप्त करने के लिए हमे सोशल मीडिया पर फॉलो करना न भूलें ।

वर्क फ्रॉम होम : क्या आप भी करते हैं बिस्तर पर बैठकर काम

0

कोरोना काल से ही पूरे देश एवं दुनिया में ‘वर्क फ्रॉम होम‘(wfh) का कल्चर चल रहा है, वर्क फ्रॉम होम उस समय की जरुरत थी, लेकिन धीरे धीरे अब इसका प्रचलन बढ़ चुका है, क्योंकि इससे जहां एक ओर कंपनियों को फायदा है, वहीं एम्प्लोयी के लिए भी यह फायदे का सौदा साबित हुआ है। आपके आस पास भी आपके परिचित या आप स्वयं भी शायद वर्क फ्रॉम होम कर रहे होंगे।

यदि आप वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं और आप अपने ऑफिस का काम बिस्तर पर बैठकर करते हैं तो सावधान हो जाइये। यह आपके लिए खतरे की घंटी साबित हो सकता है और आपके जीवन को संकट में दाल सकता है

दरअसल होता यह है की जो वर्कर्स वर्क फ्रॉम होम कर रहे है, उनके लिए घर का माहौल आरामदायक होता है, जिसका परिणाम यह होता है कि हम पहले बिस्तर पर बैठकर काम करना शुरू करते है और उसके बाद बिस्तर पर लेटकर काम करना शुरू कर देते हैं, जिससे हम और अधिक आलसी हो जाते हैं।

आपके आराम की यह आदत आपकी सेहत को बिगाड़ सकती है, आज हम आपको बताते हैं कि बिस्तर पर बैठकर या लेटकर काम करने के क्या क्या नुकसान हो सकते हैं और आप इनसे होने वाले नुकसान से कैसे बच सकते हैं :

  1. वजन का बढ़ना – घर पर बैठकर काम करने से आपकी शारीरिक गतिविधियां काम हो जाती हैं क्योंकि घर पर आपको आपकी जरुरत की लगभग सभी चीजें बैठे बैठे ही मिल जाती है, जिसके परिणामस्वरूप आपका वजन बढ़ जाता है। इसलिए आपको आज से ही शारीरिक क्रियाकलाप जैसे जिम, खेल, वाकिंग, रनिंग इत्यादि को अपने डेली रूटीन में अवश्य शामिल कर लेना चाहिए।
  2. आलस बढ़ेगा – घर पर रहने से आपको एक अलग कम्फर्टज़ोन मिलता है, जिसमे आपके पास कभी भी बिस्तर पर लेटकर काम करने का ऑप्शन भी होता है, जिससे हमारा शरीर आलस की तरफ बढ़ता चला जाता है। इसके लिए आपको प्रतिदिन योग, प्राणायाम, मैडिटेशन इत्यादि पर जरूर ध्यान देना होगा।
  3. कमर और रीढ़ में दर्द – बिस्तर पर काम करते वक्त हमारे शरीर की स्थिति सही नहीं होती है, जिसके कारण कमर और रीढ़ में दर्द की समस्या पैदा हो सकती है।अगर आप इस प्रकार के दर्द से बचना चाहते हैं तो आपको अपने आप को बिलकुल ऑफिस जैसे कुर्सी और मेज के सामने अपनी कमर को सीधा रख कर अपना काम करना होगा।

उम्मीद है कि आप ऊपर बताये गए इन सभी नुकसानों और इससे बचने की टिप्स को अच्छी तरह से समझ चुके होंगे, इसीलिए आप अपने घर पर भी सही तरीके से कार्य कार्य करें। ताकि आपका शरीर होने वाले इन नुकसानों से बच सके, और आप अपने वर्क फ्रॉम होम का फायदा भी उठा सकें।